Todaysnews;बिहार: भागलपुर समेत पूर्वी बिहार के लोगों को आज केंद्र की बड़ी सौगात मिली है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद जेपी नड्डा ने अस्पताल का निरीक्षण भी किया. इस दौरान उन्होंने हर विभागों का जायजा लिया और कई दिशा निर्देश भी दिए. वहीं उद्घाटन के बाद मंच से सम्बोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि भागलपुर के लोगों को अब पटना दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा. हमने भागलपुर में बेहतर व्यवस्था कर दी है. गम्भीर मरीज है तो उन्हें एम्स दिल्ली नहीं बल्कि एम्स पटना अब जाना पड़ेगा. पीएम मोदी ने बिहार में विकास की गंगा बहाई है. बिहार को करोड़ों रुपये का विशेष पैकेज में मिला है.
वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 200 बेड का पूरा हॉस्पिटल स्वास्थ्य के सेवा में एक मील का पत्थर साबित होगा. नालंदा के विरासत को वापस लाने का काम किया. पीएम और सीएम के नेतृत्व में अब विक्रमशिला को भी वापस लाएंगे. एयरपोर्ट के लिए 3 प्रस्ताव भेजा है. भागलपुर को बिजली का बड़ा प्रोजेक्ट विशेष पैकेज के तौर पर मिला. 200 करोड़ की लागत से 200 बेड के अस्पताल का उद्घाटन किया गया है. 2019 में इस अस्पताल की नींव प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी. दो साल पहले यह अस्पताल बनकर तैयार हो गया. लगातार 9 बार उद्घाटन की तारीख टली लेकिन आज आखिरकार वह दिन आया और अस्पताल का उद्घाटन कर दिया गया.
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि अस्पताल में 7 विभागों की सुविधा होगी. जिनमें यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, नेफ्रोलॉजी, जेरिएट्रिक्स, ट्रॉमा वार्ड , कार्डियोलॉजी की सुविधा रहेगी. इसके साथ 40 अति दक्षता वाले बेड है. 8 ऑपरेशन थिएटर है. एमआरआई, सीटी स्कैन, ईसीजी, एक्सरे समेत कई जांच की सुविधा रहेगी. अस्पताल में फिलहाल 9 विशेषज्ञ डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति हुई है जबकि स्पेशलिस्ट, प्रोफेसर , असिस्टेंट प्रोफेसर कूल मिलाकर 60 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति की बात कही गयी थी. इसके साथ ही तकरीबन 100 नर्सिंग स्टाफों की भी नियुक्ति की बात कही गयी थी. इसके साथ ही अस्पताल में कुल 91 मशीनें लगनी है. इसमें से 71 मशीनें फाइनल हुई है. 71 में से 25 मशीनें ही इंस्टॉल हो सकी है.
उन्होंने बताया कि अस्पताल में ओपीडी सेवा की शुरुआत 3 सितंबर को हो चुकी है लेकिन यहां मरीजों का सिर्फ पर्चा कट रहा है. मरीजों को दवाई और जांच के लिए जेएलएनएमसीएच या सदर अस्पताल में जाना पड़ेगा. इस अस्पताल से भागलपुर समेत मुंगेर, बांका, पूर्णिया, कटिहार के साथ साथ झारखंड के साहिबगंज, मिर्जाचौकी और गोड्डा के मरीजों को लाभ मिलेगा.