झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के काई विधायक संपर्क में ; हिमंता बिस्वा सरमा

TodaysNews11;असम के मुख्यमंत्री और झारखण्ड भाजपा के चुनाव प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने हाल ही में एक बयान दिया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के दो से तीन और कांग्रेस के 12 से 14 विधायक भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संपर्क में हैं। सरमा ने दावा किया कि इन विधायकों की नाराजगी उनकी पार्टी के नेतृत्व से है, और वे BJP के साथ आने पर विचार कर रहे हैं।यह बयान झारखंड की राजनीति में हलचल पैदा कर सकता है, क्योंकि JMM और कांग्रेस गठबंधन राज्य की सत्ता में है। हिमंता बिस्वा सरमा का यह दावा राजनीतिक मोर्चे पर एक बड़ी रणनीति का हिस्सा हो सकता है,
हालांकि, JMM और कांग्रेस ने इस दावे पर अभी कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया दी है, लेकिन यह बयान विपक्षी दलों के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
संपर्क से इनकार;बंधु तिर्की
झारखंड के विधायक बंधु तिर्की ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस के कई विधायक BJP के संपर्क में हैं। बंधु तिर्की ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे या उनकी पार्टी के अन्य विधायक किसी भी प्रकार के भाजपा से संपर्क में नहीं हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके और कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के विधायकों का पूरा समर्थन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गठबंधन सरकार के साथ है। इस प्रकार के बयान को राजनीतिक अफवाह और भ्रम फैलाने की कोशिश करार दिया।
भाजपा डूबती नाव : झामुमो
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला करते हुए उसे “डूबती नाव” करार दिया है। झामुमो के नेताओं का कहना है कि भाजपा की स्थिति अब कमजोर हो गई है, और वह जनता के बीच अपना आधार खो रही है। यह बयान भाजपा की ओर से झारखंड के कुछ विधायकों के संपर्क में होने के दावे के बाद आया है, जिसे झामुमो ने पूरी तरह से नकारा और इसे राजनीतिक अस्थिरता फैलाने का प्रयास बताया।झामुमो ने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि वह सत्ता में लौटने के लिए असंवैधानिक तरीके अपना रही है, लेकिन जनता अब इन चालों से वाकिफ हो चुकी है और भाजपा को नकार रही है। पार्टी ने यह संकेत दिया है कि वह राज्य में अपने गठबंधन के साथ मजबूती से खड़ी है और भाजपा की कोशिशें नाकाम होंगी।

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