TodaysNews11; बरहुआ की अंकिता यादव की कार से रौंदकर हत्या करने के आरोपी कुशीनगर के सुकरौली क्षेत्र के गणेशपुर निवासी प्रिंस यादव को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह कार से टक्कर मारकर अंकिता के हाथ-पैर तोड़ना चाहता था, ताकि उसकी शादी न हो सके। कार बेकाबू होने की वजह से उसकी जान चली गई। पुलिस ने प्रिंस को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
वहीं देर रात पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने बृहस्पतिवार को भोर में ही अंकिता का अंतिम संस्कार कर दिया। पोस्टमार्टम स्थल से लेकर अंतिम संस्कार तक पुलिस फोर्स तैनात रही। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि आरोपी प्रिंस यादव पुत्र विरेंद्र वर्ष 2020 से ही अंकिता के पीछे लगा था। वह मोबाइल फोन से बातचीत भी करता था।
मई में अंकिता की शादी तय हो गई, इसके बाद वह प्रिंस से बातचीत बंद कर दी थी। फिर भी आरोपी उसके पीछे पड़ा था और शादी का दबाव बना रहा था। अंकिता की मां ने दोनों की शादी का प्रयास भी किया, लेकिन प्रिंस की खराब आदतों की वजह से वे पीछे हट गईं।
अंकिता गंगोत्री देवी पीजी कॉलेज में स्नातक तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। वहीं प्रिंस यादव हाटा के एक कॉलेज से बीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। वह किसी भी हाल में अंकिता की शादी नहीं होने देना चाहता था। उसने दस दिन पहले कुशीनगर के राजीव प्रजापति से पांच सौ रुपये प्रतिदिन के किराए पर कार ली थी।
मंगलवार को प्रिंस अयोध्या से कार चलाते हुए सुबह नौ बजे बरहुआ गांव में आया। गांव में कार इधर-उधर घुमाई। इसी बीच उसे कॉलेज जा रही अंकिता दिखी। इसके बाद वह कार लेकर सहजनवां की तरफ निकल गया। सुबह करीब 10:45 बजे अंकिता सड़क किनारे बंधे के पास खड़ी होकर ऑटो का इंतजार कर रही थी। तभी सहजनवां की तरफ से तेज रफ्तार कार चलाते हुए प्रिंस आया और अंकिता को टक्कर मार दी। इससे उसकी मौत हो गई।
प्रिंस को नहीं है पछतावा
प्रिंस ने पुलिस के सभी सवालों के जवाब दिए। उसने स्वीकार किया कि जानबूझकर अंकिता पर कार चढ़ाई थी। वह उसकी शादी नहीं होने देना चाहता था, लेकिन इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद भी प्रिंस को कोई पछतावा नहीं है। वह अंकिता की मौत से बिल्कुल भी दुखी नजर नहीं आया।
अंकिता की शादी तय होते ही कॉल तो कभी पीछा..अब कुचल डाला
गोरखपुर के बरहुआ के शिवशंकर यादव की बेटी अंकिता (20) शहर के गंगोत्री कॉलेज में स्नातक अंतिम वर्ष की छात्रा थी। नवंबर माह में उसका तिलक होना था, जबकि परिवार वाले अगले साल उसकी शादी करने वाले थे। पिता शिवशंकर पत्नी के साथ मिलकर खरीदारी भी कर रहे थे, पर बेटी की मौत से पूरा परिवार स्तब्ध है। अंकिता की मां, दो भाई और उसकी एक बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता शिवशंकर ने कहा कि बेटी आगे और पढ़ाई करना चाहती थी। उसने कुछ बनने का सपना देखा था, लेकिन सब खत्म हो गया।
अंकिता ने कर दिया था नंबर ब्लॉक
रवि ने बताया कि अंकिता के पास बार-बार प्रिंस फोन करता था। परेशान होकर उसका नंबर बहन ने ब्लॉक कर दिया था। इसके बाद वह रास्ते में पीछा करके परेशान करने लगा। इसी बीच जब उसे अंकिता की शादी तय होने की बात पता चली तो वह बहन पर दबाव बनाने लगा। वह चाहता था कि अंकिता उससे शादी करे। बहन ने इनकार कर दिया तो उसने इस तरह घटना को अंजाम दिया।
घटना में जिस कार से हादसा हुआ है, वो गाड़ी राजीव प्रजापति के नाम पर है। रवि ने कहा कि साजिश के तहत गाड़ी मांगकर बहन की हत्या की गई है। घटना के समय बंधे पर करीब 10 लोग बैठे थे, उन्होंने सबकुछ देखा है। वे गवाही के लिए भी तैयार हैं।