TodaysNews11/ केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले 2 सालों में इलेक्ट्रिक कारों का विकास तेजी से बढ़ने की उम्मीद है,जिस से पेट्रोल और डीजल कारों के मुकाबले इलेक्ट्रिक कारों के बराबर करने की उम्मीद है। या उनसे भी बेहतर विकल्प बन सकती हैं।
इसके कई कारण हैं:
1. *बैटरी तकनीक में सुधार*: इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी टेक्नोलॉजी में तेजी से सुधार हो रहा है, जिससे उनकी रेंज बढ़ रही है और चार्जिंग समय कम हो रहा है। बैटरी की लागत भी धीरे-धीरे घट रही है, जिससे इलेक्ट्रिक कारों की कीमतों में कमी आएगी।
2. *सरकारी प्रोत्साहन*: कई देशों में सरकारें इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी और टैक्स में छूट दे रही हैं, जिससे इनकी कीमतें पेट्रोल और डीजल कारों के करीब पहुंच रही हैं।
3. *इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार*: चार्जिंग स्टेशन का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है, जिससे इलेक्ट्रिक कारों का इस्तेमाल और सुविधाजनक हो जाएगा।
4. *कम संचालन खर्च*: इलेक्ट्रिक कारें लंबे समय में पेट्रोल और डीजल कारों की तुलना में सस्ती साबित हो रही हैं, क्योंकि इनमें मेंटेनेंस और ईंधन खर्च कम होता है।
5. *पर्यावरणीय लाभ*: लोग अब पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूक हो रहे हैं, जिससे वे इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ अधिक झुकाव दिखा रहे हैं।
यदि यह प्रगति जारी रहती है, तो अगले 2 वर्षों में इलेक्ट्रिक कारें पेट्रोल और डीजल कारों की लोकप्रियता को चुनौती दे सकती हैं,